जे तू दर्श मैयां जी दा लोचदा ऐ,
ते फिर पैरा दा लहू क्यों पोच्दा ऐ,
इथे शीश चडोना पै जांदा,
ते फिर छलियाँ वारे क्यों सोचदा ऐ,
मेरी शेरा वाली माँ ओ मेरी लाटा वाली माँ,
तू ढोल न अध् विचकार वे मेरी माँ देया भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,
प्यार ध्यानु वाला जदों माँ ने अजमाया सी,
ध्यानु ने वि कट शीश आपना चडाया सी,
तू क्यों मन लई ऐ हार वे मेरी माँ देया भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,
तू ढोल न अध् विचकार वे मेरी माँ देया भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,
रुक्मण जदों माँ दा जगन रचाया सी,
तारा रानी उते पापी राजे पहरा लाया सी,
सब सो गये पहरेदार वे मेरी माँ दिया भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,
तू ढोल न अध् विचकार वे मेरी माँ देया भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,
भीड़ पई उते तारा रानी ने बुलाया सी,
तोड़ के हंकार राजा सीधे राहे पाया सी,
करमें नु दिता तार वे मेरी माँ दियां भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,
तू ढोल न अध् विचकार वे मेरी माँ देया भगता,
ओह सब नु करदी पार वे मेरी माँ देया भगता,